Ratan Tata Love life स्टोरी: रतन टाटा ने शादी क्यों नहीं की?

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आज हम बात करेंगे India के मशहूर Business tycoon और हर युवा के रोल मॉडल सर Ratan Tata के Love Story बारे में, और उन्होंने शादी क्यों नहीं किया?

Sir Ratan Tata भारत के उस ऐतिहासिक खानदानी परिवार से हैं जिन्होंने लगभग 150 साल से देश की सेवा की है; इनके फॅमिली के J.R.D. Tata भारत के प्रथम व एक मात्र व्यवसायी जिन्हे भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।

पर सबसे पहले जानते हैं हम उनके कुछ फैक्ट्स के बारे में, जब भी भारत के सबसे महान और कामयाब उद्योगपतियों के बारे में बात होती है, तो ऐसे में टाटा कंपनी के पूर्व चेयरमैन सर रतन टाटा का नाम हमारे दिमाग में सबसे पहले आता है।

 वे सिर्फ एक महान बिजनेस में नहीं बल्की दूसरों की मदद करने वाले एक बेहतरीन इंसान भी हैं, और उनके इस helping और down to Earth नेचर की वजह से ही लोग उन्हें इतना प्यार करते हैं, उन्हें landon में Sir की उपाधि दी गयी है। ।

यह बात तो आप सभी जानते ही होंगे कि रतन टाटा ने कभी कोई शादी नहीं की लेकिन क्या आपको उनकी शादी ना करने की असली वजह मालूम है आज हम यहां इस पोस्ट में आज हम यहां इसी के बारे में चर्चा करेंगे।

Biography of Ratan Tata

Ratan naval Tata
Date of birth28 December 1937
Age85 Year
Birth PlaceMumbai
Fathers name Naval Hormusji Tata
Mothers nameSooni Tata
Home TownMumbai
NationalityIndian
ReligionParsee
Height177 cm
Ratan Tata Love life & Story in hindi | रतन टाटा लव स्टोरी

Ratan Tata Education

SchoolCampion School Mumbai & Cathedral and John Canon School Mumbai
CollegeCornell Univercity New York & Harward Bussiness School
Ratan Tata Education

रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को भारत की मुंबई शहर में हुआ था (इनके पूर्वज पार्सी गुजरती हैं), उनके पिताजी का नाम Naval Hormusji Tata और मां का नाम Sooni Tata था, रतन टाटा ने अपनी आठवीं तक की पढ़ाई मुंबई के Campion School से की और उसके बाद उन्होंने मुंबई के Cathedral and John Connon School में एडमिशन ले लिया।

साल 1948 में उनके माता-पिता का डाइवोर्स हो गया तब उनकी उम्र सिर्फ 10 साल थी, उसके बाद उनके पिता नवल टाटा ने Simone नाम की महिला से शादी कर ली इस दूसरी शादी से उनकी पिता की एक दूसरा बेटा भी हुआ जिनका नाम Noel Tata रखा गया।

 अपने माता-पिता के Divorce के बाद रतन टाटा मानसिक रूप से काफी टूट गए थे उनकी देखभाल व परवरिश उनकी दादी Navajbai Tata ने की, दोनों ही रतन और नोएल टाटा ने अपनी दादी से ही परवरिश पाई।

क्योंकि रतन टाटा बचपन से ही अपनी दादी के पास रहे इसलिए उन्हें अपनी दादी से बहुत लगाव और प्रेम था उनकी दादी ही उनके लिए उनकी माता पिता थी।

 मुंबई से हाई स्कूल तक की पढ़ाई करने के बाद रतन टाटा ने आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका में शिफ्ट हो गए, उन्होंने न्यूयॉर्क के Riverdale country school से 12वीं की पढ़ाई पूरी की उसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क के ही कार्नेल यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले लिया यहां से साल 1995 में आर्किटेक्चर के फील्ड में डिग्री हासिल की और कुछ साल अमेरिका में बिताने के बाद सन 1962 में भारत वापस लौट आए।

यूं तो रतन टाटा ने अपनी जिंदगी में बहुत बड़ी बड़ी उपलब्धि हासिल की लेकिन उनके जीवन का सबसे बड़ा रहस्य यही रहा इन्होंने कभी शादी नहीं की।

रतन टाटा की Love Story

 उन्होंने कहा कि उन दिनों लॉस एंजेलिस का मौसम बहुत खूबसूरत हुआ करता था उनके पास उनकी खुद की कार थी, और एक ऐसी नौकरी थी जो उन्हें बहुत ज्यादा पसंद थी इसके अलावा वह वहां एक ऐसी महिला के साथ थे जिससे वह बेइंतहा प्यार करते थे और वह महिला भी रतन टाटा से उतना ही प्यार करती थी उस समय में दोनों शादी करने का मन बना चुके थे लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ कि इन दोनों के रिलेशनशिप को हमेशा के लिए खत्म कर दिया।

दरअसल जिस समय रतन टाटा ने अपने प्यार से शादी करने का मन बनाया तभी उनके पास उनकी दादी की तबीयत खराब होने की खबर पहुंची, उन्हें अपने दादी से बहुत लगाव था और पिछले 7 सालों से वे हमसे मिले भी नहीं थे इसलिए उन्होंने इंडिया जाकर अपनी दादी से मिलने का मन बनाया।

उन्होंने उस महिला को भी अपने साथ भारत चलने को कहा और कहा कि वे इंडिया जाकर शादी कर लेंगे, वह महिला भी उनके साथ जाने के लिए मान गयी थी, लेकिन उस महिला के पेरेंट्स नहीं माने उन्होंने असुरक्षा के डर से उस महिला को जाने की परमिशन नहीं थी यह साल 1962 की बात थी जब भारत और चीन का युद्ध चल रहा था।

 इसी युद्ध के कारण उस महिला के पेरेंट्स ने उसे जाने को मना कर दिया ऐसे में इस रतन टाटा ने इस महिला से वादा लिया कि जैसे ही युद्ध समाप्त होगा, वह इंडिया आएगी और दोनों शादी करेंगे।

इसी वादे के भरोसे रतन टाटा इंडिया वापस आ गए अपनी दादी के पास और उस महिला के आने का इंतजार करने लगे, रतन टाटा को पूरा विश्वास था कि वह जरूर आएगी, लेकिन इंतजार बहुत लंबा होता गया और आखिरकार उन्हें एक दिन यह खबर मिली की उस महिला के माता-पिता ने उनकी शादी किसी और व्यक्ति से करवा दी है।

 इस खबर को सुनकर रतन टाटा को बहुत बड़ा धक्का लगा और बहुत दुखी हुए उन्होंने उस महिला से वादा किया था की और शादी किसी से शादी नहीं करेंगे, उस महिला का इस तरह किसी और से शादी कर लेना रतन टाटा के लिए जिंदगी भर शादी न करने का कारण बना।

इससे पता चलता है रतन टाटा अपने वादों और उसूलों के कितने पक्के हैं और यही चीज उनके काम में सफल होने के सबसे बड़े कारण है।

रतन टाटा ने शादी क्यों नहीं की

उनके जीवन में चार बार ऐसे मौके बने जब वे शादी कर सकते थे, एक बार तो वे शादी के बेहद करीब थे पर किस्मत को कुछ और मंजूर था।

12 फरवरी 2020 की Humans of Bomabay नाम के एक फेसबुक पेज को इंटरव्यू दे रहे थे इस इंटरव्यू के दौरान उनकी लव लाइफ के बारे में पूछा गया, तब उन्होंने इसके बारे में बताया कि वे कार्नेल यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने लॉस एंजिलिस शहर में नौकरी करना शुरू कर दिया था इस शहर में रहते हुए 2 साल तक नौकरी करते रहें इसी दौरान यहां रहने वाली एक लड़की से उन्हें प्यार हो गया, (उन्होंने उस लड़की का नाम, पता नहीं बताया) वह आज भी 2 साल बिताए उन लॉस एंजलिस के पलों को अपने जीवन का सबसे अच्छा समय मानते हैं।

वे Buisness में तो बहुत सफल रहे पर उन्हें चार बार प्यार हुआ पर किसी से शादी नहीं कर सके।

वे मानते हैं की शादी न करना उनके जीवन का बिलकुल सही निर्णय था, नहीं तो वे अपने काम को इतना प्यार, समय,और फोकस नहीं दे पाते।

Ratan Tata Hobbies

  • रतन टाटा जी को कुत्ते बहुत पसंद है व उनके आस बहुत से पालतू कुत्ते है, वे भूख से व रोड पर एक्सीडेंट से घायल कुत्तों की सहातया के लिए एक समूह बनाया है।
  • उन्हें पढ़ना बहुत पसंद है।
  • वे पियानो बजाने के पहुत बड़े शौकीन हैं और अपनी रिटायरमेंट के यही करने की ख्वाहिश रखते है।
  • उन्हें विमान चलाना चलना भी बहुत पसंदड़ है।
Ratan Tata की उपलब्धियां

रतन टाटा ने भारत की प्रतिष्ठित टाटा कंपनी में 22 साल तक चेयरमैन रहे हैं साल 1991 में जेआरडी टाटा के रिटायरमेंट लेने के बाद रतन टाटा ने टाटा ग्रुप की कमान संभाली थी फिर 1991 से 2012 तक लगातार कंपनी के चेयरमैन बने रहे और इसके बाद फिर से 2016 से 2017 तक दोबारा चेयरमैन बनकर 2017 में उन्होंने रिटायरमेंट ले ली.

 अपने 22 साल के कार्यकाल में उन्होंने कंपनी के रिवेन्यू को 40 गुना और प्रॉफिट को 50 गुना बढ़ा दिया था इससे पता चलता है कि वह कितने महान बिजनेसमैन है।

आज टाटा कंपनी की भी मुकाम पर है उसका काफी सारा श्रेय सर रतन टाटा को ही जाता है; क्योंकि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने ना सिर्फ रेवेन्यू को बढ़ाया बल्कि नए-नए फील्ड और बिजनेस में उतर कर उन्होंने कंपनी को और भी ज्यादा बढ़ा कर दिया था।

आपको बता दें कि टाटा कंपनी ने रतन टाटा के चेयरमैनशिप के दौरान Tetley, Jaguar, Land Rovar, Corus, Daewoo   जैसी बड़ी बड़ी विदेशी कंपनी को खरीदा और यही उन्हें भारत के सबसे कामयाब बिजनेसमैन बनाती हैं।

 लेकिन अपने कैरियर में इतनी कामयाबी हासिल करने के बाद बावजूद भी अपने देश और देश के नागरिकों को नहीं भूले बल्कि उन्होंने भारत को अपने आप से भी आगे रख रहे हैं तभी तो हमें देखने को मिलता है कि जब भी भारत में कोई मुसीबत आती है तो रतन टाटा देश के लोगों को मदद करने के लिए हमेशा आगे आते हैं।

 इसी हेल्पिंग नेचर के कारण लोग उन्हें इतना प्यार और सम्मान करते हैं वे बहुत नेक दिल और बड़े समाज सेवी हैं, इन्हीं सब उपलब्धियों के चलते साल 2004 में उन्हें पद्मभूषण और 2008 में पद्म विभूषण के सम्मान से सम्मानित किए जा चुके हैं

 अब चलिए बात करते हैं रतन टाटा के शादी ना करने की वजह के बारे में पर सबसे पहले हम उनके बैकग्राउंड के बारे में जानते हैं।

ताज होटल इंसिडेंट: मुंबई का फेमस ताज होटल के मालिक टाटा फॅमिली ही है, जहाँ 26/11/2008 को आतंकवादी हमला हुआ था। जिसमें रतन टाटा ने प्रभावित व्यक्तियों, सबकी मदद 20 दिनों के अंदर ही की, कोम्पन्सेशन के रूप में 50 से 80 लाख स्टाफ के सभी प्रभवित लोगों व उनके घर वालों को बाटें, उन्हें कंपनसेशन दिया सिचुएशन के हिसाब से इतने ही नहीं सबको जिंदगी भर के लिए मेडिकल काउंसलर भी.

दिया जिसका देहांत हुआ उन्हें 50 लाख दिया, सर पर बच्चे हुए उनकी नौकरी के तनखा भी उन्हें जिंदगी भर दी उसके बाद उनके घर के परिवार के एजुकेशन की मैरिज की मेडिकल की शक्ति रिस्पांसिबल अगर तुमने

 बिल्कुल नहीं थे ट्रेनी, महाराष्ट्र जो पुलिस वाले राह चल रहे थे चाय वाले थे भेलपुरी वाले थे गुब्बारे वाला पाव पाव भाजी वाला पान की दुकान टपरी, जिनको टाटा ग्रुप से कोई मतलब नहीं था उनकी भी माउंटिंग कि उनकी पैसे से मदद की और उन्हें टाटा ग्रुप में नौकरी भी दिलाई।

I am Mukund from Chhattisgarh, India. This is a Hindi blog website, where various types of information and news are provided.

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